आष्टा
*एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने किया धरना प्रदर्शन, प्रबंधन ने भांजी लाठी, कार्यकर्ता हुए गंभीर रूप से घायल।पुलिस मौके पर* ,
दिनेश शर्मा आष्टा हलचल*
आपको बता दे पिछले कुछ समय से प्रबंधन की अनदेखी कहे या हठधर्मिता यूनिवर्सिटी सोशल मीडिया ओर समाचार पत्रों की सुर्खियों में बनी हुई हे ।
फिर चाहे पानी का मामला हो या छात्रों की आत्महत्या का, या फिर सरकारी जमीन पर किए अतिक्रमण, से किसानों को हो रही परेशानी का, ओर अब वह mms को लेकर अनेकों बच्चों के निलंबन का ,बड़ा किस्सा, इस तरह के अनेकों गंभीर मामले इतने गहरा गए हे कि प्रबंधन बराबर सवालों के घेरे में बना हुआ हे, इसी को लेकर पहले भी एबीवीपी यूनिवर्सिटी प्रबंधन से हाट टॉक कर चेतावनी दे चुका हे, ओर अब इसी निलंबन के मामले में एबीवीपी ने अपने धरना प्रदर्शन को लेकर विगत दिवस जिले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रशासन ओर यूनिवर्सिटी प्रबंधन को आगाह कर दिया था ।
ओर आज एबीवीपी के सेकडो कार्यकर्ता अपने जिला संगठन मंत्री जनप्रिय तोमर, भारत खेलो का प्रदेश सह संयोजक शुभूम व्यास , अक्षत मेवाडा के साथ यूनिवर्सिटी के खिलाफ vit मेन गेट पर जमा होकर प्रबंधन के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे।
इसी के चलते प्रबंधन में नियुक्त सुरक्षा गार्ड और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई, इसके बाद सुरक्षा गार्डों ने बेखौफ होकर लड़कों पर लाठियां भांज दी, जिसमें एबीवीपी के जिला महामंत्री सहित लगभग 5 कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए चूंकि पुलिस भी घटना स्थल पर मौजूद थी , इसके बाद भी प्रबंधन द्वारा जिस तरह से घटना को अंजाम दिया , उसको देखकर कार्यकर्ता पुलिस पर भी पक्षपात का आरोप लगा रहे हैं।
सभी कार्यकर्ता अपने घायलों को लेकर आष्टा थाने आए जहां से पुलिस ने मेडिकल हेतु सिविल अस्पताल आष्टा भेज दिया , ओर कार्यवाही का भरोसा दिया।
हैरत होती हे कि प्रबंधन के अधिकारी कभी अपने गार्ड के साथ ही मारपीट करते हे जिसका रजिस्टार के विरुद्ध प्रकरण कायम हुआ हैं, ओर अब प्रबंधन की सह पर सुरक्षा गार्ड छात्रों की समस्या के लिए आवाज उठा रहे एबीवीपी के कार्यकर्ताओं पर ही हावी हो गए ओर उनके साथ मारपीट कर डाली। इतना सब कुछ हो जाने के बाद भी पुलिस प्रशासन किस तरह निष्पक्ष कार्यवाही करता हे यह देखने वाली बात होगी?
आपको बता दे यूनिवर्सिटी प्रबंधन की हठधर्मिता, ओर लापरवाही के चलते एक के बाद एक घटनाएं परिसर में घटित होती जा रही हे, पर प्रबंधन अपने व्यवहार ओर व्यवस्थाओं में सुधार नहीं कर रहा हे । बार बार स्थानीय पुलिस ओर राजस्व के अधिकारीयो का दखल होने के बाद भी समस्याएं आज भी जस की तस दिखाई दे रही हे , प्रबंधन जरा भी समझने को तैयार नजर नहीं आ रहा ।
अब इस मामले को लेकर पुलिस की जांच में क्या निष्कर्ष निकल कर आता हे यह देखने वाली बात होगी।