आष्टा
*आखिर जिम्मेदार कौन ?*
फौजदारी अपराध को कौन रोकेगा?
पुलिस का कहना मंडी कार्यवाही करे, ओर मंडी कहती हे कि हमारे अधिनियम ऐसी कोई व्यवस्था या धारा नहीं हे जिससे हम आपराधिक मामलों पर नियंत्रण पा सके।
*दिनेश शर्मा आष्टा*
जी हम बात कर रहे हे कृषि उपज मंडी के बाहर व्यापार के नाम पर किसानों से कर रहे धोखाधड़ी और लूटपाट करने वाली बेखौफ गैंग की । जो कि मंडी प्रांगण में बिंदास पूरे समय विचरण करती रहती हे, किसान को अधिक भाव का लालच देकर या किसान जिस वाहन में भरकर अपनी उपज बेचने आया हो उस वाहन के ड्राइवर को लालच देकर बड़ी चतुराई से मंडी के बाहर ले जाते हे ओर पूरी निडरता के साथ किसान की उपज तोल में धोखाधड़ी कर भारी मात्रा में किसान को चपत लगाते हे ।
इस तरह से किसान बेचारा समझ भी नहीं पाता हे कि उसे हजारों की चपत लग चुकी होती हे , अगर किसी किसान को पता लग भी जाता हे तो अनेकों अन्य दलाल किस्म के लोग होते हे जो मामले को रफा दफा करने में अपनी महत्व पूर्ण भूमिका निभा लेते हे,
आज भी कुछ इसी तरह का मामला नजर आया , मंडी बाहर की कथित गैंग के कुछ लोग एक ट्राली सोयाबीन की भरी होकर ड्राइवर के सेटिंग से जबरिया तरीके से मंडी बाहर ले गए थे किंतु मंडी व्यापारियों की सजगता से किसान तो लूटने से बच गया पर इस कथित घटना की वास्तविकता समझ में आने पर किसान उस समय बेबस हो गया कि आखिर इस लूटमार के खेल की शिकायत किससे करे?
मंडी प्रशासन का कहना हे यह मंडी बाहर का मामला हे , ओर आपराधिक प्रकरण हे इसकी हमारे अधिनियम में कोई धारा नहीं हे जिससे इन कथित लोगों के खिलाफ हम कार्यवाही कर सके ।
वही जब पुलिस को इस मामले से अवगत कराया तो पुलिस ने भी यह कहकर बचना चाहा कि यह मामला मंडी हे आप मंडी में शिकायत करे , ऐसे में किसान बेचारा क्या करे ?
क्या किसान मंडी व्यापारियों की आड़ में बाहर धंधा कर रहे कथित लोगों के हाथों ऐसे ही लूटते पीटते रहेंगे?या मंडी प्रशासन कोई रोकथाम के प्रयास करेगा ?
आश्चर्य होता हे कि यह कथित लूटमार ओर धोखाधड़ी करने वाले कथित लोग आखिर किस बिनाह पर मंडी परिसर में घूमते हे?
जबकि इन लोगों को मंडी प्रशासन के अधिकारी ओर सभी कर्मचारियों के साथ साथ स्थानीय कुछ पुलिस कर्मी भी भली भांति जानते हे । फिर भी अगर यह लोग बेखौफ होकर अगर अपना काम कर रहे हे तो बात आसानी से समझ आती हे कि क्या वजह हो सकती हे? लेकिन यह जिम्मेदार लोग यह नहीं जानते हे कि इनके थोड़े से लालच के कारण आज प्रदेश की अव्वल दर्जे की मंडी की साफ सुथरी साख पर खुलकर बट्टा लग रहा हे ।