*शनिवार को नपा परिषद ने समस्त सफाई मित्रो,दरोगा,जमादारो, की सामूहिक बैठक सामुदायिक भवन परिसर में आहूत की। बैठक में नपा अध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाडा ने कहा की हमारी निकाय को टॉप 10 में आने पर आपकी हर मांग पूरी होगी।
बैठक के दौरान सीएमओ ने 8 सफाई मित्रो को कार्य जेवोरति लापरवाही बरतने पर सेवा से प्रथक करने के निर्देश देते हुए 2 मित्रो को थमाए कारण बताओ नोटिस*।
आष्टा दिनेश शर्मा
स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में नपा को टॉप टेन में लाने के उद्देश्य से नपा की निर्वाचित अध्यक्षा श्रीमती हेमकुवर राय सिंह मेवाडा के निर्देशन में मुख्य नपा अधिकारी राजेश सक्सेना ने अपनी परिषद के निर्वाचित पार्षदों और अध्यक्ष के प्रतिनिधियों के साथ यह बैठक आहूत की।
बैठक में सफाई मित्रो का आधार सत्यापन,परिषद प्रतिनिधियों के समक्ष किया , अध्यक्ष प्रतिनिधि ने सफाई मित्रो को समझाते हुए कहा की किसी भी विभाग ने शत प्रतिशत कर्मचारियों का करना संभव नहीं है, किंतु हमारी नगरपालिका में लगभग 10 प्रतिशत कर्मचारी अपने कार्यों के प्रति गंभीर नहीं है, ऐसे में उनके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही अमल मे लाई जावेगी।
अध्यक्ष प्रतिनिधि ने आगे कहा की निकाय आपकी हर जरूरत का ध्यान रखती है, फिर चाहे बारिश के लिए रेनकोट या अन्य सफाई उपकरण, के अलावा आपके स्वास्थ का बीमा आदि सभी आवश्यक सुविधाओ को मुहैय्या कराती हैं, इसके बाद भी अगर कार्य में लापरवाही होती है तो वह माफ नहीं किया जा सकता। वेतन आपको समय पर नपा दे रही है। आगे भी आगे आपकी हर आवश्यकताओं की पूर्ति की जावेगी, बस आप लोग इतना प्रयास करे की अपनी नपा सर्वेक्षता सर्वेक्षण में टॉप 10 में आवे ।।
सीएमओ राजेश सक्सेना ने सभी सफाई निरीक्षक, जमादारों,दरोगागण, मित्रो को भी सख्त हिदायत देते हुए कहा की आप लोग अपने कार्य के प्रति गंभीर नहीं है, यही कारण है की नगर की सफाई व्यवस्था ठीक नही है। सफाई में जिसकी ड्यूटी जहा लगे वही कार्य करे , उसकी जगह अन्य स्वीकार नही होगा । ड्यूटी कर्मचारी के विरुद्ध कार्यवाही की जावेगी। बैठक में सभी को अपने कार्यों के प्रति सजक रहने की शपथ दिलाई।
बैठक में प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारियों के साथ साथ सभी निर्वाचित पार्षदों और अध्यक्ष की जगह उनके प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
वैसे भी आष्टा नपा की व्यवस्था में पूरी तरह से भागीदारी प्रतिनिधि गण ही संभाल रहे हे।, निर्वाचित सदस्यों का तो हस्तक्षेप दिखाई ही नहीं देता । ऐसा प्रतीत होता है निर्वाचित महिला जनप्रतिनिधि केवल रबर स्टैंप होकर रह गए हैं।